अप्रैल में घर का बना खाना सस्ता हो गया क्योंकि इस महीने के दौरान मांसाहारी और शाकाहारी दोनों थाली की लागत में कमी आई। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की आज जारी नवीनतम रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
अप्रैल में शाकाहारी थाली की कीमत (पिछले महीने की तुलना में) लगभग 1.2 प्रतिशत तक घटकर 26.3 रुपये रह गई, जो मार्च में 26.6 रुपये थी। प्याज (14 प्रतिशत) और आलू (2 प्रतिशत) की कीमतों में गिरावट की वजह से ऐसा हुआ। अलबत्ता महीने के दौरान टमाटर की कीमत 1 प्रतिशत बढ़ गई।
इसी तरह अप्रैल के दौरान मांसाहारी थाली के दाम भी करीब 2 प्रतिशत तक घटकर (पिछले महीने की तुलना में) 53.9 रुपये रह गए, जो मार्च में 54.8 रुपये थे। दक्षिण भारत में बर्ड फ्लू के डर की वजह से ब्रॉयलर की मांग में कमी के कारण ऐसा हुआ।
विभिन्न वस्तुओं की श्रेणियों, विशेष रूप से खाद्य पदार्थों की श्रेणी में कीमतों में कमी की वजह से अप्रैल के दौरान भारत के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा महंगाई में और गिरावट की उम्मीद के मद्देनजर यह घटनाक्रम सामने आया है। मार्च में खुदरा महंगाई करीब 6 साल के निचले स्तर 3.34 प्रतिशत पर आ गई थी।
सालाना आधार पर की गई तुलना में क्रेडिट रेटिंग एजेंसी की रिपोर्ट से पता चलता है कि मांसाहारी थाली की कीमतों में 4.3 प्रतिशत की गिरावट आई है। ब्रॉयलर की कीमतों में 4 प्रतिशत (पिछले साल की तुलना में) की गिरावट के अनुमान की वजह से ऐसा हुआ है। मांसाहारी थाली की लागत में इसकी हिस्सेदारी करीब 50 प्रतिशत रहती है।
First Published – May 7, 2025 | 11:02 PM IST